बरगी नगर, जबलपुर, 04 अगस्त 2025 – सच्चा प्रयास समिति, बरगी नगर के तत्वावधान में वन अधिकार समितियों के गठन एवं पुनर्गठन पर एक दिवसीय क्षमता वर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जबलपुर जिले के 12 गांवों से लगभग 60 प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वन अधिकार अधिनियम 2006 के प्रावधानों की जानकारी प्रदान करना था, ताकि आदिवासी और अन्य परंपरागत वन निवासी समुदाय अपने वन और भूमि से जुड़े अधिकारों को सुरक्षित कर सकें। प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत जानकारी दी:
वन अधिकार समितियों के गठन की प्रक्रिया
समितियों की भूमिकाएं और दायित्व
दावों के संकलन और सत्यापन की कार्यप्रणाली
पुनर्गठन की आवश्यकता पर जोर
सच्चा प्रयास समिति के प्रतिनिधियों ने बताया कि ग्राम स्तर पर वन अधिकार समितियों का सही गठन और समय-समय पर पुनर्गठन अत्यंत आवश्यक है। इससे न केवल समुदाय की भागीदारी बढ़ेगी, बल्कि वन और भूमि से जुड़े अधिकारों की रक्षा भी सुनिश्चित होगी।
वन समिति के अध्यक्ष विशाल तिलकाम और गढ़ गोरखपुर के अध्यक्ष भगत सिंह ने कहा, “कई वन समितियों का पुनर्गठन आवश्यक है। जल्द ही ग्राम सभाओं में इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा, ताकि समितियां अधिक सक्रिय और प्रभावी हो सकें।”
समुदाय की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया और सवाल-जवाब सत्र में अपनी जिज्ञासाओं को साझा किया। उन्होंने ग्राम स्तर पर वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन का संकल्प लिया।
प्रमुख उपस्थितियां
कार्यक्रम में विजय खरे, राजेंद्र झरिया, नन्हे लाल रजक, सुनील सैनी, सच्चा प्रयास संस्था प्रमुख परवेज खान, ललिता काछी, अफजल खान, नीलम गौड़, संजय गौड़, सुजीत, सुषमा यादव, कुंजाम, और बूंदा बाई की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम वन अधिकार अधिनियम के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सच्चा प्रयास समिति का यह प्रयास ग्रामीण स्तर पर वन अधिकार समितियों को मजबूत करने और आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रेरणादायक रहा।
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