शिक्षक दिवस समारोह में विवाद
5 सितंबर को ईद के अवकाश के कारण परसवाड़ा थाना क्षेत्र के चन्दना गांव के एक सरकारी स्कूल में 6 सितंबर को शिक्षक दिवस और विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक सुरेंद्र पटले ने कथित तौर पर एक 12वीं कक्षा की छात्रा पर गलत नियत दिखाई। छात्रा ने अपनी सहेलियों के माध्यम से बताया कि शिक्षक कई दिनों से उसका वीडियो बना रहे थे और फोटो खींच रहे थे। समारोह के दौरान शिक्षक ने जिद की कि केवल वही छात्रा उन्हें हार पहनाएगी और उपहार देगी, जिससे छात्राओं और अन्य विद्यार्थियों में नाराजगी फैल गई।
छात्रा ने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और शिक्षक की पिटाई कर दी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सुरेंद्र पटले शराब के नशे में स्कूल आए थे और पहले भी छात्राओं के प्रति अशोभनीय व्यवहार कर चुके थे।
ग्रामीणों का आक्रोश, पुलिस का हस्तक्षेप
हंगामा बढ़ता देख शिक्षक ने डायल 112 पुलिस को बुलाया। ग्रामीण चाहते थे कि शिक्षक का जुलूस निकालकर उसे थाने ले जाया जाए, जबकि पुलिस उसे गाड़ी में ले जाना चाह रही थी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए परसवाड़ा एसडीएम को मौके पर पहुंचना पड़ा। एसडीएम ने हालात शांत कराए और शिक्षक को सुरक्षित थाने पहुंचाया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
परसवाड़ा थाना प्रभारी मदनलाल इवने ने बताया कि छात्रा की शिकायत के आधार पर शिक्षक सुरेंद्र पटले के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 354ए, 509 और पॉक्सो एक्ट की धारा 11, 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी शिक्षक को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया, और मामले की जांच जारी है।
छात्रा और परिजनों का बयान
पीड़ित छात्रा ने बताया, "पटले सर कई दिनों से मेरा वीडियो बना रहे थे और फोटो खींच रहे थे। समारोह में उन्होंने कहा कि केवल मैं ही उन्हें हार पहनाऊंगी और गिफ्ट दूंगी। उनकी मंशा ठीक नहीं थी।" परिजनों ने भी आरोप लगाया कि शिक्षक शराब पीकर स्कूल आए थे और पहले भी कई बार छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें कर चुके थे।
ग्रामीणों में आक्रोश, सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा किया है। ग्रामीणों ने शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और स्कूल प्रशासन की जवाबदेही की मांग की है। यह घटना शिक्षा जैसे सम्मानित पेशे को बदनाम करने वाली मानी जा रही है।
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