महिला का आरोप: डॉक्टर ने की छेड़छाड़
पीड़ित महिला ने बताया कि वह इलाज के लिए आरोग्य मंदिर गई थी, जहां डॉ. प्रदीप राहंगडाले ने गलत नियत से उसके साथ खींचतान की और उसे भेकेवाड़ा बुलाया। महिला ने इसकी जानकारी अपने पति भूपेंद्र परते को दी। पति ने कई बार डॉक्टर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की और आरोग्य केंद्र भी पहुंचा, लेकिन डॉक्टर के मौजूद न होने के कारण बात नहीं हो सकी।
गत दिवस जब भूपेंद्र परते ने डॉक्टर से इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की, तो दोनों के बीच विवाद हो गया, जो मारपीट तक पहुंच गया। मौके पर मौजूद आशा कार्यकर्ता ने दावा किया कि डॉ. राहंगडाले ने भूपेंद्र को लातों से मारा और पैरों से रौंदा।
पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया मामला
परसवाड़ा थाना प्रभारी मदनलाल इवने ने बताया कि डॉ. राहंगडाले की शिकायत पर भूपेंद्र परते के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, महिला की शिकायत पर छेड़छाड़ के आरोप में डॉ. राहंगडाले के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 354ए और 509 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
ग्रामीणों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
इस घटना ने उड़दना गांव की आदिवासी महिलाओं में गहरा रोष पैदा किया है। कई अन्य महिलाओं ने भी डॉ. राहंगडाले के व्यवहार पर आपत्ति जताई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करेंगे।
सीएमएचओ ने शुरू की जांच
मामला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. परेश उपलप तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी मिली है और उन्होंने परसवाड़ा एसडीएम से चर्चा की है। सीएचओ को जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है, और मंगलवार को वे स्वयं उड़दना गांव जाकर दोनों पक्षों से बात करेंगे।
ग्रामीण महिलाओं की मांग: सख्त कार्रवाई
इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा उठाने का काम किया है। ग्रामीण महिलाएं मांग कर रही हैं कि डॉ. राहंगडाले के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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