सिवनी, 15 अक्टूबर 2025। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में चर्चित हवाला लूटकांड ने पुलिस महकमे को हिला दिया है। डीएसपी (एसडीओपी) पूजा पांडे सहित कुल 10 पुलिसकर्मियों को बुधवार को माननीय न्यायालय सिवनी के समक्ष पेश किया गया, जहां सभी को 17 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया गया। एक आरोपी पुलिसकर्मी की तलाश अभी भी जारी है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सख्त निर्देशों के बाद की गई है, जिन्होंने स्पष्ट कहा है कि "कानून का उल्लंघन करने वाले किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"
घटना का पूरा विवरण: 8 अक्टूबर की रात की साजिश
मामला 8 अक्टूबर 2025 की रात का है, जब महाराष्ट्र के जालना निवासी सोहनलाल परमार अपने साथियों के साथ कटनी से लगभग 3 करोड़ रुपये की नकद राशि लेकर जा रहे थे। यह रकम हवाला कारोबार से जुड़ी बताई जा रही है। लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनएच-44 पर शीलादेही बायपास के पास डीएसपी पूजा पांडे की अगुवाई में बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम और उनकी टीम ने वाहन को रोका।
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने व्यापारियों को अपहरण कर 2.96 करोड़ रुपये लूट लिए, लेकिन जांच में पता चला कि 1.45 करोड़ रुपये उनके कब्जे में से गायब हो गए थे। डीएसपी पूजा पांडे के चैंबर से 1.45 करोड़ रुपये बरामद हुए, जबकि 25 लाख रुपये अभी भी लापता हैं। कुल 2.70 करोड़ रुपये जब्त किए जा चुके हैं।
इस घटना ने पुलिस की गरिमा पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। पीड़ित व्यापारियों ने सिवनी एसपी सुनील मेहता से शिकायत की, जिसके बाद डीजीपी कैलाश मकवाना ने जांच के आदेश दिए। जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा ने एडिशनल एसपी क्राइम जितेंद्र सिंह की अगुवाई में एसआईटी गठित की।
गिरफ्तारियां और कानूनी कार्रवाई
लूटकांड के पांचवें दिन एसडीओपी पूजा पांडे, टीआई अर्पित भैरम, कांस्टेबल योगेंद्र, नीरज, जगदीश सहित 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ लखनवाड़ा थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 310(2) डकैती, 126(2) गलत तरीके से रोकना, 140(3) अपहरण तथा 61(2) आपराधिक षड्यंत्र के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हस्तक्षेप के बाद सभी आरोपी निलंबित कर दिए गए। अब तक 10 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और एक फरार आरोपी की तलाश के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। नागपुर से दो अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री का कड़ा संदेश: अपराध मुक्त मध्य प्रदेश का संकल्प
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, "सिवनी प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है। डीएसपी स्तर के अधिकारी की गिरफ्तारी हुई है, जो मिसाल बनेगी। अपराध मुक्त मध्य प्रदेश का हमारा संकल्प अटल है।" यह मामला पुलिस सुधारों पर बहस छेड़ने वाला है, जहां वर्दीधारी ही कानून तोड़ने के आरोपी बन गए।
एसआईटी जांच जारी है, और बाकी गायब राशि की बरामदगी पर नजर है। सिवनी पुलिस ने जनता से अपील की है कि कोई भी संदिग्ध जानकारी साझा करें।

एक टिप्पणी भेजें