भोपाल, 16 अक्टूबर 2025। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा कि "जीवन अनमोल है, इसलिए चाहे कितनी भी जल्दी हो, सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी किसी भी सूरत में उचित नहीं है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया का कोई भी काम किसी की जिंदगी से बड़ा नहीं हो सकता। हर नागरिक को सड़क पर चलते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। "हम सुधरेंगे तो जग भी सुधरेगा," यह कहते हुए उन्होंने सड़क सुरक्षा को न केवल एक जरूरत, बल्कि प्रत्येक जागरूक नागरिक की जिम्मेदारी बताया।
राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बातें भोपाल में आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा कार्यशाला के दौरान कहीं। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर इस कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जागरूकता बढ़ाने और नियमों के कड़ाई से पालन पर जोर दिया।
सड़क सुरक्षा: मध्य प्रदेश सरकार की प्राथमिकता
मध्य प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाया है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल सड़क हादसों में लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं, जिनमें से कई हादसे नियमों की अनदेखी के कारण होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट का उपयोग, गति सीमा का पालन और शराब पीकर वाहन न चलाना जैसे बुनियादी नियम जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण हैं।
कार्यशाला में परिवहन विभाग, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े नवीन तकनीकों, जैसे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, ड्राइवर प्रशिक्षण, और जागरूकता अभियानों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और जनता से अपील की कि वे नियमों का पालन कर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करें।
जागरूकता और तकनीक से सड़क हादसों पर अंकुश
मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि तकनीकी नवाचार, जैसे स्वचालित ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी निगरानी, और ड्रोन आधारित यातायात प्रबंधन, सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने की भी वकालत की, ताकि युवा पीढ़ी में नियमों के प्रति सम्मान विकसित हो।
नागरिकों से अपील: "सुरक्षा पहले"
डॉ. यादव ने नागरिकों से अपील की कि वे सड़क सुरक्षा को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा, "हमारी छोटी-सी जागरूकता न केवल हमारी, बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकती है।" यह कार्यशाला सड़क सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और भविष्य में ऐसे आयोजनों को और बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना है।

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